क़िताबें

व्यक्तित्व

बच्चे देवतुल्य बनें इसलिए देवपुत्र स्थापित हुई- यतीन्द्र शर्मा इन्दौर। बाल साहित्य के लिए कार्यरत प्रतिष्ठित संस्था सरस्वती बाल कल्याण न्यास व पत्रिका देवपुत्र के द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला देवपुत्र गौरव सम्मान से इस वर्ष गंज बासौदा निवासी देश की प्रख्यात बाल साहित्यकार सौ. पद्मा चौगाँवकर सम्मानित की गई। […]

रंगमंच मेरी माँ है-श्री मिश्रा इन्दौर। फ़िल्म की शूटिंग के लिए महेश्वर एवं मांडव से लौटते समय इन्दौर प्रेस क्लब में चर्चा के लिए सुप्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेता व रंगकर्मी अखिलेन्द्र मिश्रा आए। इस मौके पर प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी एवं कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने व मातृभाषा उन्नयन संस्थान […]

जबलपुर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान म.प्र. जबलपुर इकाई के तत्त्वावधान में रविवार को डॉ. के एल जैन (पी.एचडी, डी.लिट्) पूर्व अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा मध्यप्रदेश की पुस्तक ‘जीवन के मूल मंत्र’ का लोकार्पण मुकेश फणीश मंत्री, जैन पंचायत सभा, सीए मनोज जैन, अध्यक्ष विंध्य महाकौशल रीजन दि.जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन, कवि […]

इन्दौर। शहर में पत्रकारों की पुरातन संस्था इन्दौर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित इन्दौर मीडिया कॉनक्लेव में बुधवार को राजेन्द्र माथुर स्मृति व्याख्यान के दौरान डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ द्वारा लिखी पुस्तक ‘हिन्दी योद्धा: डॉ. वेदप्रताप वैदिक’ का लोकार्पण मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार पी. साईनाथ, इन्दौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इन्दौर […]

मातृभाषा उन्नयन संस्थान की साधारण सभा आयोजित इंदौर। हिन्दी के विस्तार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान की वार्षिक साधारण सभा शुक्रवार को आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने की। शारदे वंदना से आरंभ साधारण सभा का संचालन संस्थान के सचिव गणतंत्र […]

हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह 2025 सम्पन्न भाषा और भारतीयता की चिंता आवश्यक- प्रो. द्विवेदी हिन्दी के प्रति भाषाई परतंत्रता आज भी जारी- डॉ. माधव हिन्दी प्रचार में समाचार पत्रों की अहम भूमिका रही- शिवकुमार विवेक पाँच कवियों को भी काव्य गौरव अलंकरण मिला इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।