क़िताबें

व्यक्तित्व

पंकज प्रजापत, सौरभ जैन भयंकर, प्रवीण अत्रे, निधि गुप्ता और अपूर्व झा को मिलेगा 22 को काव्य गौरव अलंकरण इंदौर। हिन्दी भाषा की वाचिक परम्परा से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा पाँच कवियों को प्रतिवर्ष काव्य गौरव अलंकरण प्रदान किया जाता है। वर्ष 2025 में गौतमपुरा से पंकज प्रजापत, चंदेरी से […]

आज उनकी याद अनायास ही नहीं आई, दरअसल आज एक नन्हा सा पपी लगभग उसी शक्ल-सूरत का मुझे दिखाई दिया तो ध्यान बरबस ही अतीत में चला गया। अभी कुल 6 साल ही तो बीते हैं, यही महीना था दिसंबर का। चारों तरफ घना कुहरा था। लोग अपने-अपने घरों में […]

इन्दौर। हिन्दी पुस्तक प्रकाशन में गुणवत्ता और उत्कृष्टता के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस व इंग्लिश न्यूज़ ने शनिवार शाम मैरियट होटल में आयोजित समारोह में संस्मय प्रकाशन को सम्मानित किया। यह सम्मान डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने फ़िल्म अभिनेता व तारक मेहता का उल्टा चश्मा में अय्यर के बॉस […]

रोज़-रोज़ समाचारों में यौन अपराध से भरी खबरों को पढ़ कर अगर उस पर लिखा जा रहा है तो उसे हर समय नकारात्मक भाव में भरे होना कह कर ख़ारिज नहीं कर सकते जैसा कि कुछ दिनों पहले किसी ने मुझे कहा कि आपको हर वक़्त बस रेप, बलात्कार यही […]

इंदौर। उत्कृष्ट कविता एवं प्रांजल भाषा में लेखन करने वाली औरैया उत्तरप्रदेश निवासी कवयित्री इति शिवहरे को मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया। इन्दौर प्रेस क्लब में आयोजित आवाज़ ए मालवा कवि सम्मेलन में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, कवि पंकज दीक्षित व […]

नई दिल्ली। बीपीए फ़ाउंडेशन एवं इंडिया नेटबुक्स द्वारा साहित्यकार सम्मानोत्सव-2025 का आयोजन मयूर विहार में शनिवार को आयोजित किया गया, जिसमें मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मातृभाषा डॉट कॉम व मासिक साहित्य ग्राम की सह सम्पादक भावना शर्मा को हिन्दी के प्रचार-प्रसार व उत्कृष्ट साहित्य सेवा के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।